हल्दी के फायदे, उपयोग और औषधीय गुण : Haldi Benefits in

विवरण

भारतीय मसालों में हल्दी (Haldi) का एक अलग ही महत्व है। यही कारण है कि आपको हर घर की रसोई में हल्दी ज़रूर मिलेगी। हल्दी खाने का स्वाद और रंग रूप तो बढ़ाती ही है साथ ही यह कई तरह के रोगों से भी रक्षा करती है। प्राचीन काल से ही हल्दी को जड़ी बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। आयुर्वेद में हल्दी के फायदे के बारे में विस्तृत उल्लेख है। इस लेख में हम आपको हल्दी के फायदे – नुकसान और खाने के तरीके के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।

हल्दी् (टर्मरिक) ये भारतीय वनस्पति है यह अदरक की प्रजाति का ५ से ६ फिट बढने बाला पौधा है जिसमें जड की गाठो में हल्दी मिलती है हल्दी को आयुर्वेद में प्राचीन काल से ही एक चमत्कारी दृव्य के रूप में मान्यता प्राप्त है इसे हल्दी के अतिरिक्त हरिद्रा, कुरकुमा, लौंगा, गौरी वट्ट विलासनी, कुमकुम टर्मरिक नाम दिये गये है। आयुर्वेद में हल्दी एक महत्व्पूर्ण औषधि मानी गयी है। भारतीय रसोई में इसका महत्वतपूर्ण स्थान है। धार्मिक रूप से इसको बहुत शुभ समझा जाता है विवाह में तो हल्दीे की रस्‍म का एक विशेष महत्व है।

उपयोग

हल्दी एक जड़ी-बूटी है। इसका इस्तेमाल मसालों के रुप में प्रमुखता से किया जाता है। हिंदू धर्म में पूजा में या कोई भी शुभ काम करते समय हल्दी का उपयोग किया जाता है। खाने के अलावा कई तरह की बीमारियों से बचाव में भी हल्दी का उपयोग होता है। इस समय पूरी दुनिया में हल्दी के गुणों पर रिसर्च चल रहे हैं और कई रिसर्च आयुर्वेद में बताए गुणों कि पुष्टि करते हैं।

हल्दी का उपयोग धर्मिक कर्यो के अलावा मशाला, रंग सामग्री, औषधि तथा उपटन के रूप में हल्‍दी का उपयोग किया जाता है औषधि एवं घरेलू उपयोग में उपयोगिता इस प्रकार है। भोजन के प्रमुख तत्‍व के रूप में इसका उपयोग भोजन का स्‍वाद बढाने में किया जाता है भोजन में इसकी सर्वाधिक उपयोगिता है हल्दी में कैंसर रोधी गुण पाये जाते है। सौदर्य में हल्दीे का उपयोग त्वचा में निखार लाने के लिये किया जाता है। आन्तरिक रक्त स्त्राव की स्थिति में हल्दी का उपयोग दर्दनाशक के रूप में किया जाता है।

हल्दी की कई प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें मुख्य रूप से निम्नलिखित चार प्रजातियों का प्रयोग चिकित्सा में किया जाता है।

  • Curcuma longa : हल्दी की इस प्रजाति का उपयोग मुख्य रुप से मसालों और औषधियों के रूप में किया जाता है। इसके पौधे 60-90 सेमी तक ऊँचें होते हैं। इस हल्दी का रंग अंदर से लाल या पीला होता है। यही वह हल्दी है जिसका उपयोग हम अपने घरों में सब्जी बनाने में करते हैं।
  • Curcuma aromatica:  इसे जंगली हल्दी कहते हैं।
  • Curcuma amada: इस हल्दी के कन्द और पत्तों में कपूर और आम जैसी महक होती है। इसी वजह से इसे आमाहल्दी (Mango ginger) कहा जाता है।
  • Curcuma caesia: -इसे काली हल्दी कहते हैं। मान्यताओं के अनुसार इस हल्दी में चमत्कारिक गुण होते हैं। इस हल्दी का उपयोग ज्योतिष और तंत्र विद्या में ज्यादा होता है

    हल्‍दी के विभिन्‍न् भाषाओ में नाम

  • Name of Haldi in English : Turmeric (टर्मेरिक्)
  • Name of Haldi in Sanskrit : हरिद्रा, काञ्चनी, पीता, निशाख्या, वरवर्णिनी, रजनी, रंजनी, कृमिघ्नी, योषित्प्रिया, हट्टविलासिनी, हलदी, गौरी, अनेष्टा, हरती
  • Name of Haldi in Hindi : हलदी, हर्दी, हल्दी;
  • Name of Haldi in Urdu : हलदी (Haladi)
  • Name of Haldi in Asam : हलादी (haladhi);
  • Name of Haldi in Konkani : हलद (Halad);
  • Name of Haldi in Kannada : अरसिन (Arsina), अरिसिन (Arisin)
  • Name of Haldi in Gujrati : हलदा (Halada);
  • Name of Haldi in Tamil : मंजल (Manjal)
  • Name of Haldi in Telgu : पसुपु (Pasupu), पाम्पी (Pampi)
  • Name of Haldi in Bengali : हलुद (Halud), पितरस (Pitras);
  • Name of Haldi in Punjabi : हलदी (Haldi), हलदर (Haldar);
  • Name of Haldi in Marathi : हलद (Halade), हलदर (Haldar);
  • Name of Haldi in Malyalam : मन्जल (Manjal), मन्नाल (Mannal), पच्चामन्नाल ( pacchamannal)
  • Name of Haldi in English : कॉमन टर्मेरिक (Commonturmeric), इण्डियन सैफरन (Indian saffron),
  • Name of Haldi in Arabi : उरुकेस्सुफ (Urukessuf), कुरकुम (Kurkum);
  • Name of Haldi in Persian : जर्द चोब (Zard chob), दारजरदी (Darjardi)

हल्‍दी की अनुमानित उपज

हल्‍दी की अनुमानित उपज २५ से ३० टन प्रति हैक्‍टेयर प्राप्‍त होता है

हल्‍दी की प्रोसेसिंग

हल्‍दी की खुदाई के उपरान्‍त अच्‍छे से साफ कर उन्‍हे तॉवा एवं लोहे की कढाईओ में ४५ से ६० मिनट तक उबाला जाता है अच्‍छी तरह से उवलने के बाद उवले हुये कन्‍दो को धूप में चटाई में फैलाकर सुखाया जाता है जहा पर यह १० से १५ दिनो में सूख जाता है। सूखी हुई गॉठो को हस्‍तचलित या मशीन पलित ड्रमो के उपयोग से पालिसिंग की जाती है पालिस उपरान्‍त सूखी गाॅॅठो में ०२ प्रतिशत हल्‍दी का पीसा पाउडर मिलाकर पुन: इनकी पालिसिंग की जाती है जिससे सूखे हुये कंद काफी आकर्षक हो जाते है यही हल्‍दी बााजार में विक्रय हेतु भजी जाती है तथा इसी को पीसने के उपरान्‍त हल्‍दी पाउडर बनता है।

जुकाम में हल्दी के फायदे ( Haldi benefits in Hindi for cold) :

हल्दी की तासीर गर्म होने की वजह से जुकाम में इसका सेवन करना फायदेमंद रहता है। हल्दी के धुंए को रात के समय सूंघने से जुकाम जल्दी ठीक होता है। हल्दी सूंघने के कुछ देर बाद तक पानी नहीं पीना चाहिए।

हल्दी के फायदे – 

 

आंखों के दर्द से आराम दिलाती है हल्दी ( Haldi helps to reduce Eye pain in Hindi) :

आंखों में दर्द होने पर या किसी तरह का संक्रमण होने पर हल्दी (turmeric in Hindi) का प्रयोग करना फायदेमंद रहता है। 1 ग्राम हल्दी को 25 मिली पानी में उबालकर छान लें। छानने के बाद इसे आंखों में बार बार डालने से आंखों के दर्द से आराम मिलता है। कंजक्टीवाइटिस होने पर भी आप इसी घरेलू उपाय की मदद से आराम (haldi ke fayde)पा सकते हैं। हल्दी का गुण आँखों के लिए बहुत ही उपयोगी (haldi uses in hindi) होता है।

कान बहने की समस्या से आराम (Benefits of Haldi in ear discharge in Hindi)

कान से गाढ़ा तरल निकलना एक समस्या है जिसे आम भाषा में लोग कान बहना कहते हैं। इससे आराम  पाने के लिए हल्दी को पानी में उबालकर, छान लें और उसे कान में डालें।

पायरिया में हल्दी के फायदे  (Haldi Beneficial in Pyorrhea in Hindi):

सरसों का तेल, हल्दी मिलाकर सुबह-शाम मसूड़ों पर लगाकर अच्छी प्रकार मालिश करने तथा बाद में गर्म पानी से कुल्ले करने पर मसूड़ों  के सब प्रकार के रोग दूर (haldi ke fayde) हो जाते हैं। हल्दी का गुण पायरिया के लिए फायदेमंद होता है।

 

गले की खराश से आराम (Haldi benefits for throat irritation in Hindi) :

गले की खराश होने पर अजमोदा, हल्दी, यवक्षार और चित्रक इन सबके 2-5 ग्राम चूर्ण को एक चम्मच शहद के साथ सेवन करने से गले की खराश दूर होती है।

खांसी से आराम (Haldi Helps in reducing cough) 

हल्दी (haldi in hindi) को भूनकर चूर्ण बना लें। 1-2 ग्राम हल्दी चूर्ण (Turmeric powder in Hindi) के शहद या घी के साथ मिलाकर खाने से खांसी में आराम मिलता है।

पेट दर्द से आराम (Haldi beneficial in Stomach pain in Hindi) :

पेट दर्द होने पर भी हल्दी का सेवन करने से दर्द से जल्दी आराम मिलता है। 10 ग्राम हल्दी (haldi in hindi)को 250 ml पानी में उबाल लें। पेट दर्द होने पर इसमें गुड़ मिलाकर थोड़ा-थोड़ा पियें।

डायबिटीज में हल्दी के फायदे  (Benefits of Turmeric in Diabetets in Hindi) :

2 से 5 ग्राम हल्दी चूर्ण में आंवला रस और शहद मिलाकर सुबह और शाम को खाना, डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा हल्दी, दारुहल्दी, तगर और वायविडंग का क्वाथ बनाकर उसकी 20-40 ml की मात्रा में 5-10 ग्राम शहद मिलाकर सुबह- शाम सेवन करने से डायबिटीज में फायदा (haldi ke fayde) होता है।

स्तन संबंधी रोगों से आराम:  हल्दी के फायदे (Haldi beneficial in Breast diseases in Hindi)  :

स्तन से जुड़ी समस्याओं में भी हल्दी का उपयोग करना फायदेमंद रहता है।  हल्दी और लोध्र को पानी में घिसकर स्तनों पर लेप करने से स्तन से जुड़े रोगों में लाभ (haldi ke fayde) होता है।

पीलिया से आराम दिलाती है हल्दी (Turmeric benefits for Jaundice in Hindi) :

 

पीलिया एक ऐसी समस्या है जिसका सही इलाज ना करवाने पर आगे चलकर यह बहुत गंभीर समस्या में बदल जाती है। छोटे बच्चों में यह समस्या ज्यादा होती है। पीलिया होने पर 6 ग्राम हल्दी चूर्ण को मठ्ठे में मिलाकर दिन में दो बार सेवन करने पर 4-5 दिन में ही पीलिया से आराम मिल जाता है। इसके अलावा 5-10 ग्राम हल्दी चूर्ण में 50 ग्राम दही मिलाकर खाने से भी पीलिया में फायदा (haldi ke fayde) होता है।

लौह भस्म, हरड़ और हल्दी इन तीनों को एक बराबर मात्रा में मिलाकर इसकी 375mg मात्रा में घी और शहद मिलाकर सेवन करने से पीलिया में लाभ होता है।

सूजन से आराम दिलाती है हल्दी (Haldi helps to reduce swelling in Hindi) :

शरीर के किसी हिस्से में अगर सूजन हो रही है तो हल्दी के उपयोग से आप सूजन कम कर सकते हैं। इसके लिए हल्दी, पिप्पली, पाठा, छोटी कटेरी, चित्रकमूल, सोंठ, पिप्पली, जीरा और मोथा को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें। इसे कपड़े से छान कर अलग रख लें। इस चूर्ण का 2-2 ग्राम की मात्रा गुनगुने जल के साथ मिलाकर खाने से सूजन में कमी आती है।

बालों का झड़ना करे कम हल्दी के फायदे (Haldi Beneficial in Hair Loss in Hindi)

 

बालों का झड़ने रोकने में हल्दी बहुत उपयोगी माना गया है। बालों के झड़ने का कारण पाचन का ख़राब होना होता  है, क्योंकि पाचन खराब होने से बालों की जड़ों तक उचित मात्रा में पोषण नहीं पहुँच पाता जिसकी वजह से बाल झड़ने लगते हैं। इसके अलावा कफ दोष की वृद्धि के कारण भी बालों का झड़ना देखा गया है। ऐसे में हल्दी में उष्ण और कफ का शमन करने का गुण होने के कारण यह आपके पाचन को स्वस्थ कर बालों के झड़ने से रोकती है।

घाव को ठीक करने में हल्दी के फायदे (Haldi Beneficial to Treat Wounds in Hindi)

हल्दी में रोपण एवं शोथहर गुण होने के कारण यह हर प्रकार के घाव को भरने एवं उसकी सूजन आदि को भी ठीक करने में सहयोगी होती है।

पेट में गैस के लिए हल्दी के फायदे ( Haldi Beneficial in Acidity in Hindi)

 

पेट में गैस आदि परेशानियाँ भी पाचकाग्नि के मंद पड़ जाने के कारण होती है जो पाचन तंत्र को भी बिगाड़ देती है। हल्दी में उष्ण गुण होने के कारण यह पाचकाग्नि को बढ़ा कर पाचन तंत्र को स्वस्थ करने में मदद करती है, जिससे गैस की समस्या से छुटकारा मिलता है।

खून की कमी के लिए हल्दी के फायदे (Turmeric Beneficial in Anemia in Hindi)

खून की कमी ये एनीमिया की स्थिति में भी हल्दी के फायदे देखे गए है। एक रिसर्च के अनुसार हल्दी एंटी ऑक्सीडेंट और हिपेटो प्रोटेक्टिव होने के कारण यह एनीमिया में लाभदायक होती है साथ ही आयुर्वेद के अनुसार हल्दी में पाण्डुहर गुण होने के कारण यह पाण्डु यानि एनीमिया की स्थिति में लाभदायक होती है एवं खून बढ़ाने में मदद करती है।

खून में शुगर की मात्रा करे कम (Turmeric Beneficial in Diabetes in Hindi)

खून में शुगर  की मात्रा का बढ़ना यानी डायबिटीज का होना। इस अवस्था में भी हल्दी लाभदायक होती है क्योंकि डायबिटीज होने का एक कारण पाचन का खराब होना माना गया है, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ जाता है साथ ही इस स्थिति में कफ दोष भी बढ़ जाता है। हल्दी में पाचक गुण होने के कारण यह पाचन को स्वस्थ बनाती है और मेटाबोलिज्म ठीक करती है। साथ ही कफ शामक होने के कारण यह डायबिटीज के लक्षणों को कम करने में मदद करती है।

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